पट्टी कला के पीएमएस स्टोन क्रशर में पुलिस प्रशासन ने लगाया ताला, धोखाधड़ी के मामले में फंसे काशीपुर ब्लाक प्रमुख और भाइयों के खिलाफ जांच हुई तेज
Summary
उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद के स्वार क्षेत्र के पट्टी कला में स्थित पीएमएस स्टोन क्रेशर में पुलिस की टीम ने छापामारी कर स्टोन क्रेशर को पूर्णतया बंद करा दिया । स्टोन क्रेशर को बंद कराते समय मुख्य शिकायतकर्ता सुशील […]
उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद के स्वार क्षेत्र के पट्टी कला में स्थित पीएमएस स्टोन क्रेशर में पुलिस की टीम ने छापामारी कर स्टोन क्रेशर को पूर्णतया बंद करा दिया । स्टोन क्रेशर को बंद कराते समय मुख्य शिकायतकर्ता सुशील कुमार जैन भी उपस्थित रहे।
दरअसल दिल्ली के व्यवसाई सुशील कुमार जैन ने काशीपुर से नगीना एनएच 74 में पीएनसी कंपनी के द्वारा बनाए जा रहे निर्माणाधीन सड़क को रेता-बजरी सप्लाई के लिए एक स्टोन क्रेशर लगाया था। जिसमें उन्होंने करीब 6 करोड़ रुपये खर्च भी किए थे। और जिसमें संजय कश्यप और उनके भाइयो को पार्टनर बना कर यह तय हुआ था कि लोन की बकाया किस्त संजय कश्यप और उनके भाई देंगे। और कोविड-19 के संक्रमण काल के दौरान पहले लॉकडाउन में सुशील कुमार जैन अपने कर्मचारियों के साथ संजय कश्यप और उनके भाइयों को स्टोन क्रशर की जिम्मेदारी देकर दिल्ली चले गए। और इसका नाजायज़ फायदा संजय कश्यप और उसके भाइयों ने उठाया । संजय कश्यप ने बैंक को कोई पैसा नहीं दिया बल्कि फर्जी तरीके से दस्तावेज बनाकर और स्टोन क्रेशर का नाम बदलकर कब्जा कर लिया था।
जब सुशील कुमार जैन को पता लगा तो वह बैंक कर्मियों व पुलिस के साथ स्टोन क्रेशर पर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि स्टोन क्रेशर से कीमती करोड़ों रुपए की मशीनें पहले ही संजय कश्यप ने चोरी कर हटा दी हैं, और मौके पर मौजूद अर्जुन कश्यप के भाई अतुल कश्यप व अजय कश्यप ने सुशील कुमार जैन के साथ अभद्रता भी कर दी और जान से मारने की धमकी भी दी।
इतने बड़े विश्वासघात के बाद व्यवसाई जैन ने रामपुर जिले के स्वार थाना क्षेत्र में काशीपुर के ब्लॉक प्रमुख समेत उनके भाइयो पर स्टोन क्रेशर में पार्टनरशिप के नाम पर धोखाधड़ी, चोरी समेत तमाम आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया । हलांकि ब्लाक प्रमुख अर्जुन कश्यप के भाई संजय कश्यप ने मीडिया को यही बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है कि उन पर मुकदमा दर्ज हुआ है । और उन पर लगाए सभी आरोप निराधार हैं । हलांकि काशीपुर के ब्लॉक प्रमुख समेत उनके भाइयों पर चोरी, धोखाधड़ी व अमानत में खयानत सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी थी ।
इसी क्रम में पुलिस ने पीएमएस स्टोन क्रशर में पहुंचकर सभी बची हुई मशीनों पर तालाबंदी करा दी । पीड़ित व्यवसाई जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा की उनके साथ जो धोखाधड़ी हुई है, वह इस धोखाधड़ी वाली लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाने में सफल होंगे और उन्हें पुलिस प्रशासन की न्याय व्यवस्था पर पूरा यकीन है।