अक्षय तृतीया पर्व पर बंसल ज्वेलर्स शोरूम में ग्राहकों ने की जमकर स्वर्ण आभूषणों की खरीददारी, पिछले दिनों की अपेक्षा सोने के दाम में भी रही कमी
Summary
रुद्रपुर आज अक्षय तृतीया है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त है यानी ऐसी तिथि जिसमें किसी तरह का शुभ कार्य या शुभ खरीदारी करने के लिए मुहूर्त नहीं देखा जाता है। बिना शुभ मुहूर्त के सभी तरह के शुभ […]
रुद्रपुर
आज अक्षय तृतीया है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त है यानी ऐसी तिथि जिसमें किसी तरह का शुभ कार्य या शुभ खरीदारी करने के लिए मुहूर्त नहीं देखा जाता है। बिना शुभ मुहूर्त के सभी तरह के शुभ कार्य की शुरुआत की जा सकती है।

हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है। अक्षय तृतीया को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय का मतलब होता है जिसका कभी भी क्षय या नाश न होना। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन शुभ खरीदारी या शुभ कार्य करने पर हमेशा इसमें वृद्धि होती है। अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य करने, दान, स्नान और जप आदि करने पर कभी भी शुभ फल की कमी नहीं होती है। वहीं खासतौर पर अक्षय तृतीया के दिन विशेष तौर पर सोने के आभूषण की खरीदारी की जाती है। मान्यता है इस दिन सोने और चांदी के आभूषण खरीदने से व्यक्ति के जीवन में माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है जिससे व्यक्ति का जीवन सुख,समृद्धि और वैभव का वास रहता है।

पिछले दो साल से लगातार कोविड-19 के संक्रमण के चलते अक्षय तृतीया का पर्व काफी फीका रहा। लेकिन इस बार स्वर्ण आभूषणों के शोरूम अपने ग्राहकों से गुलजार रहे। पूरे दिन स्वर्ण आभूषणों की खरीदारी जमकर की गई।

रुद्रपुर शहर के प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम बंसल ज्वेलर्स में सुबह से ही ग्राहकों का तांता लगा रहा। बंसल ज्वेलर्स अपनी पारदर्शिता और गुणवत्ता को लेकर पूरे कुमाऊं मंडल में कई वर्षों से ग्राहकों की पसंद बना हुआ है।

बंसल ज्वेलर्स के स्वामी दीपांशु बंसल ने बताया कि पिछले दो साल बाद इस बार अक्षय तृतीया के पर्व पर लोगों ने खूब खरीदारी की है। उन्होंने बताया कि उनके रुद्रपुर और हल्द्वानी शोरूम में लोगों ने स्वर्ण आभूषणों की खूब खरीदारी की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा आज सोने के दाम में कुछ कमी भी आई है इसलिए लोगों ने सोने की खरीद कर अक्षय तृतीया के पर्व का आनंद लिया है।

