पंचायती राज कार्यशाला कार्यक्रम की सफलता के लिए अपर मुख्य अधिकारी बीसी छिम्बाल की हुई तारीफ, बड़े सरकारी कार्यक्रमों की रूपरेखा को मूर्त रूप देने में माहिर हैं बीसी छिम्बाल
Summary
रुद्रपुर कुमाऊं मंडल के पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यशाला सम्मेलन रुद्रपुर शहर के गांधी पार्क में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के अनुरूप पंचायत प्रतिनिधियों को सशक्त बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमें […]
रुद्रपुर
कुमाऊं मंडल के पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यशाला सम्मेलन रुद्रपुर शहर के गांधी पार्क में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के अनुरूप पंचायत प्रतिनिधियों को सशक्त बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे, प्रभारी मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद, जनपद उधम सिंह नगर की जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार, रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल, किच्छा विधायक राजेश शुक्ला , रुद्रपुर ब्लाक प्रमुख ममता जल्होत्रा ने सहभागिता की।

पूरे कुमाऊं मंडल से आए पंचायत प्रतिनिधियों ने इस कार्यशाला में पंचायत के प्रति सरकार की व्यवस्था और अपनी क्षमताओं का मार्गदर्शन प्राप्त किया। दरअसल अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंचायत प्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी की है। इसको लेकर भी पंचायत प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पूरे कुमाऊं मंडल से करीब 5000 पंचायत प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

इस कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा पंचायती राज विभाग उत्तराखंड के सुपुर्द थी और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी बीसी छिम्बाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

बीसी छिम्बाल पिछले कई वर्षों से जनपद उधम सिंह नगर में जिला अभियंता के तौर पर अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं । लेकिन पंचायती राज विभाग ने उनकी पदोन्नति करते हुए उन्हें जिला पंचायत उधम सिंह नगर का अपर मुख्य अधिकारी का पदभार सौंपा । पूरे कार्यक्रम की सफलता के बाद पंचायती राज विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने भी अपर मुख्य अधिकारी बीसी छिम्बाल की तारीफ की। मीडिया से बात करते हुए अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत बीसी छिम्बाल ने कहा कि उन्हें टीम वर्क पर भरोसा है और उन्होंने इस कार्यक्रम की रूपरेखा कई दिनों पहले तैयार कर ली थी। जिसमें पंचायती राज विभाग के शीर्षस्थ अधिकारियों का निर्देश और जिला पंचायत के कर्मचारियों का सहयोग इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक रहा।


