बड़ी खबर..दि मेडिसिटी हास्पिटल रुद्रपुर के एमडी डा. दीपक छाबड़ा ने ESI CMO पर लगाए गम्भीर आरोप,पत्रकार वार्ता में किया खुलासा
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रुद्रपुर रुद्रपुर शहर के दि मेडिसिटी हॉस्पिटल के एम.डी.डॉक्टर दीपक छाबड़ा ने ESI सीएमओ के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिसिटी हॉस्पिटल को ईएसआई के पैनल से बाहर करने की साजिश रची गई है। उन्होंने पत्रकार वार्ता में […]
रुद्रपुर
रुद्रपुर शहर के दि मेडिसिटी हॉस्पिटल के एम.डी.डॉक्टर दीपक छाबड़ा ने ESI सीएमओ के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिसिटी हॉस्पिटल को ईएसआई के पैनल से बाहर करने की साजिश रची गई है। उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि ऑन पेपर दो डॉक्टर वेरिफिकेशन के लिए आए थे लेकिन फिजिकली रूप से 3 डॉक्टर दि मेडिसिटी हॉस्पिटल में प्रवेश करते हुए देखे जा सकते हैं। डॉक्टर्स के इंस्पेक्शन के दौरान जो भी सवाल पूछे गए उनका सही सही जवाब दिया गया। लेकिन इसके बावजूद इन लोगों ने रुद्रपुर शहर के प्रतिष्ठित दि मेडिसिटी हॉस्पिटल को ईएसआई के पैनल से बाहर कर दिया।
आपको बता दें कि ईएसआई स्कीम के संचालन की जिम्मेदारी कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की है। ESI स्कीम के लिए कर्मचारी का रजिस्ट्रेशन नियोक्ता की तरफ से होता है। इसके लिए कर्मचारी को परिवार के सदस्यों की जानकारी देनी होती है। नॉमिनी भी कर्मचारी को ही तय करना होता है। कम आय वाले कर्मचारियों पर इलाज के खर्च का बोझ कम रहे और कोई अनहोनी होने की स्थिति में परिवार को मदद हो सके, इसके लिए केन्द्रीय श्रम मंत्रालय कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) योजना चलाता है। इस योजना का फायदा निजी कंपनियों, फैक्ट्रियों और कारखानों में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलता है। कर्मचारी को ESI कार्ड जारी होता है। अगर कोई ESI के तहत मिलने वाले मुफ्त इलाज का लाभ लेना चाहता है तो उसे ESI डिस्पेंसरी या हॉस्पिटल जाना होता है। इसके लिए कर्मचारी ESI कार्ड या फिर कंपनी से लाए गए दस्तावेज के आधार पर स्कीम का फायदा ले सकता है।