हल्द्वानी की बेटी ने मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश का नाम किया रोशन, 6 विशेष सम्मान, 3 गोल्ड मेडल और 3 स्कॉलरशिप लेकर बढ़ाया उत्तराखंड का मान
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हल्द्वानी उत्तराखंड के होनहार युवा अपने प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन कर रहे हैं । खेल जगत हो, शिक्षा जगत हो या सीमा पर जाकर भारत माता की रक्षा करने का दायित्व हो, उत्तराखंड के होनहार युवा हर […]
हल्द्वानी
उत्तराखंड के होनहार युवा अपने प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन कर रहे हैं । खेल जगत हो, शिक्षा जगत हो या सीमा पर जाकर भारत माता की रक्षा करने का दायित्व हो, उत्तराखंड के होनहार युवा हर जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं ।
उत्तराखंड प्रदेश के हल्द्वानी शहर की बेटी ने स्वास्थ्य शिक्षा क्षेत्र में न सिर्फ हल्द्वानी का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। दरअसल हरिद्वार जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भुवनचंद्र छिम्बाल की बेटी डॉक्टर अवंतिका छिम्बाल ने श्री राम मूर्ति मेडिकल कॉलेज बरेली में एमबीबीएस की पढ़ाई फाइनल करने के बाद हुए सम्मान समारोह में 6 से ज्यादा सम्मान, 3 गोल्ड मेडल जीते। साथ ही डॉ अवंतिका छिम्बाल ने मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए 3 अलग-अलग क्षेत्रों में स्कॉलरशिप भी प्राप्त की। दरअसल डाक्टर अवंतिका छिम्बाल ने रूहेलखंड विश्वविद्यालय टाॅप किया है ।
डॉ अवंतिका के पिता भुवनचंद्र छिम्बाल पेशे से इंजीनियर हैं और अपने क्षेत्र में बेहतर काम करने के चलते पदोन्नति के बाद उन्होंने जनपद उधम सिंह नगर के जिला पंचायत में अपर मुख्य अधिकारी के पद की भूमिका का निर्वहन किया। इसके बाद वर्तमान में वह हरिद्वार जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी के तौर पर काम कर रहे हैं।
श्री राम मूर्ति मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस फाइनल विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में डॉ अवंतिका के माता-पिता भी पहुंचे। अपनी बेटी की मेहनत और लगन से मिले इन सम्मानों से माता पिता भावुक नजर आए। मीडिया से बात करते हुए डॉ अवंतिका के पिता ने कहा कि अपनी बेटी को इस मुकाम पर देखकर उनकी आंखों में आंसू छलक आए। उन्होंने कहा कि वह अपना कर्म करते रहे लेकिन उसका इतना बड़ा प्रतिफल मिलेगा यह उन्होंने नहीं सोचा था। उन्होंने कहा कि अब उनकी बेटी इस योग्य हो गई है कि वह समाज को एक नई दिशा देने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकती है।
आपको बताते चलें कि डॉ अवंतिका के पिता भुवन चंद्र छिम्बाल एक बहुत ही सुलझे हुए अधिकारी के तौर पर जाने जाते हैं और वरिष्ठ अभियंता होने के नाते उनसे कई विभागों में सलाह भी ली जाती है।