अघोषित बिजली कटौती को लेकर व्यापारियों का प्रदर्शन, कांग्रेस नेता संदीप चीमा ने दिया समर्थन, कहा सरकार व्यापार विरोधी
Summary
रुद्रपुर त्योहारी मौसम में मुख्य बाजार और दुकानों में हो रही अघोषित बिजली कटौती को लेकर व्यापारियों ने गाबा चौक पर स्थित बिजलीघर में धरना प्रदर्शन किया। दरअसल त्योहारों के मौसम में अब धीरे-धीरे दुकानदारों के बीच आम आदमी का […]
रुद्रपुर
त्योहारी मौसम में मुख्य बाजार और दुकानों में हो रही अघोषित बिजली कटौती को लेकर व्यापारियों ने गाबा चौक पर स्थित बिजलीघर में धरना प्रदर्शन किया।
दरअसल त्योहारों के मौसम में अब धीरे-धीरे दुकानदारों के बीच आम आदमी का आवागमन शुरू हुआ है और खरीदारी भी कुछ तेज हुई है, लेकिन आए दिन होने वाली बिजली कटौती की वजह से व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बड़ा नुकसान हो रहा है। इसी को देखते हुए रुद्रपुर बाजार के व्यापारियों ने संजय जुनेजा के नेतृत्व में बिजली विभाग के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। संजय जुनेजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि त्योहार के मौसम में अघोषित विद्युत कटौती से दुकानदार खासे परेशान हैं। एक तो पिछले 2 साल में कोविड-19 के संक्रमण ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी और जब व्यापार थोड़ा सा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। तो ऐसे में लगातार हो रही विद्युत कटौती ने दुकानदारों का जीना मुहाल कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को हम व्यापारियों की तरफ भी देखना चाहिए । जिससे हमारे व्यापारिक प्रतिष्ठान और काम धंधे चलते रहे।
धरना प्रदर्शन में रुद्रपुर विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संदीप चीमा भी मौजूद रहे। संदीप चीमा ने व्यापारियों को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है और जो बचा हुआ व्यापार है वह त्यौहार में अघोषित विद्युत कटौती ने पूरी तरह से ठप कर दिया। आखिर अब व्यापारी जाएं तो कहां जाएं।
उन्होंने कहा कि व्यापारी छोटा हो या बड़ा सभी का सरकार से मोहभंग हो चुका है। सरकार की जन विरोधी और व्यापार विरोधी नीतियां अब सभी को दिखने लगी हैं। उन्होंने कहा कि साल 2022 में उत्तराखंड में एक बार फिर से जनता कांग्रेस की सरकार पर भरोसा करेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे की घर वापसी पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। यशपाल आर्य के आने से ना सिर्फ कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी बल्कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में भी एक नई ऊर्जा का संचार होगा।