ठंड में रखें विशेष ख्याल, इस शहर में एक दिन में हार्ट अटैक और ब्रे स्ट्रोक से 21 लोगों की मौत, पढ़िए अपने शहर के डॉक्टर्स की सलाह
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उत्तर भारतीय क्षेत्र में कड़ाके की ठंड ने लोगों को परेशान करके रखा हुआ है। कहीं तेज कोहरा तो कहीं बर्फीली हवाओं ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और कोहरा कहर बरपा […]
उत्तर भारतीय क्षेत्र में कड़ाके की ठंड ने लोगों को परेशान करके रखा हुआ है। कहीं तेज कोहरा तो कहीं बर्फीली हवाओं ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और कोहरा कहर बरपा रही है। कड़ाके की सर्दी का सितम ये है कि सिर्फ कानपुर शहर में ही एक दिन में हार्ट अटैक और ब्रे स्ट्रोक से 21 लोगों की मौत हो गई है। मिली जानकारी कानपुर में गुरुवार को हार्ट अटैक से 19 और ब्रेन स्ट्रोक से 2 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा कानपुर में हार्ट से संबंधित शिकायत लेकर 625 मरीज हृदय रोग संस्थान में पहुंचे।
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड के कारण हृदय रोग व ब्रेन स्ट्रोक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कानपुर स्थित हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में 78 और ओपीडी में 547 मरीज हृदय की समस्या लेकर शुक्रवार को पहुंचे। इसमें 46 मरीजों को भर्ती किया गया। यहां इलाज के दौरान ही 8 मरीजों की मौत हो गई, जब 10 मरीज तो ऐसे थे, जिनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।
सर्दियों में ऐसे कम करें दिल का जोखिम
सर्दियों के मौसम में हृदय संबधी समस्याओं का जोखिम अधिक होता है। ठंड में हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर में वृद्धि होती है। रक्त के थक्कों के प्रसार में भी वृद्धि होती है। साल 2016 में हावर्ड मेडिकल में प्रकाशित एक शोध में पता चला है कि तापमान जैसे-जैसे कम होता है, वैसे-वैसे हृदय संबंधी रोगों का जोखिम भी बढ़ने लगता है। सर्दियों को दिल की सेहत ठीक रखने के लिए पोटेशियम युक्त फल और सब्जियां ज्यादा खाना चाहिए।
वही रुद्रपुर स्थित गौतम हॉस्पिटल के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉक्टर सुनील गौतम ने बताया कि इस ठंड में सभी आयु वर्ग के लोगों को अपना ध्यान रखना चाहिए लेकिन तेज ठंड में अधिक उम्र वाले बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यदि किसी तरह से शरीर में सुन्नता या कोई ऐसा लक्षण बुजुर्गों में देखने को मिलता है तो तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
तो वहीं दि मेडिसिटी हॉस्पिटल रूद्रपुर के डायरेक्टर डॉक्टर दीपक छाबड़ा ने बताया कि इस समय बच्चों में भी खांसी जुकाम के साथ दूसरी समस्याएं ठंड की वजह से ज्यादा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी भीषण सर्दी में बच्चों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है, ऐसे समय में बच्चों को बाहर के खाने से परहेज जरूर करें।