दुःखद.. नहीं रहे देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत,जानिए उत्तराखंड के लाल CDS रावत की पूरी सैन्य पृष्ठभूमि
Summary
देश के पहले CDS का दायित्व संभाल रहे जनरल बिपिन रावत MI 17 हेलिकॉप्टर के क्रैश होने से नहीं रहे । इस विमान में उनकी पत्नी मधुलिका के साथ कुल 14 लोग सवार थे । यह दुर्घटना तमिलनाडु के वेलिंगटन […]
देश के पहले CDS का दायित्व संभाल रहे जनरल बिपिन रावत MI 17 हेलिकॉप्टर के क्रैश होने से नहीं रहे । इस विमान में उनकी पत्नी मधुलिका के साथ कुल 14 लोग सवार थे । यह दुर्घटना तमिलनाडु के वेलिंगटन के पास कुन्नूर में नीलगिरी पहाड़ी पर हुई । इस दुर्घटना की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है । देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है । इस खबर की पुष्टि वायुसेना की ओर से की गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करके जनरल बिपिन रावत के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा है कि उन्होंने पूरे साहस के साथ देश की सेवा की ।

जनरल विपिन रावत उत्तराखंड के पौड़ी जनपद के मूल निवासी सैन्य परिवार की पृष्ठभूमि से आते हैं। इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत भी ले. जनरल रहे हैं। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से स्नातक बिपिन रावत को दिसंबर 1978 में 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में कमीशन मिला था। अकादमी में उन्हें ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ प्रदान किया गया था।

लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को एक सितंबर, 2016 को सेना का उप प्रमुख बनाया गया था। उप सेना प्रमुख बनने से पहले ले. जनरल रावत सेना की दक्षिणी कमान के कमांडर थे। बिपिन रावत को अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर युद्ध और आतंकवाद विरोधी गतिविधियों का अनुभव प्राप्त है।वे पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इंफेंट्री बटालियन की कमान भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कश्मीर घाटी में राष्ट्रीय राइफल्स और एक इंफेंट्री डिवीजन की कमान भी संभाली है।उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में चैप्टर-7 मिशन में बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की भी कमान संभाली है। संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करते हुए उन्हें दो बार फोर्स कमांडर प्रशस्ति पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।अपने 35 वर्ष के सेवा काल के दौरान उन्हें वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत भी किया गया है, जिनमें यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, सीओएएस प्रशस्ति शामिल हैं।

